jagjit singh kaha karoon şarkı sözleri
दे ना
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
देखो मोरी नरम कलाई बलकाई रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ
देखो मोरी नरम कलाई बलकाई रे
देखो मोरी नरम कलाई बलकाई रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
सनद पिया वो तो काहू की न मानत
सनद पिया वो तो काहू की न मानत
सगरे लोगन में पत मोरी दबायी रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
देखो मोरी नरम कलाई बलकाई रे
देखो मोरी नरम कलाई बलकाई रे
देखो मोरी नरम कलाई बलकाई रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
देखो मोरी नरम कलाई बलकाई रे
देखो मोरी नरम कलाई बलकाई रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
सनद पिया तो रो काहू की न मानत
सगरे लोगन में पत मोरी दबायी रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ आ आ आ आ
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ
सनद पिया तो रो काहू की न मानत
सगरे लोगन में पत मोरी दबायी रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ देखो गारी दे तू कनाही रे
कहा करूँ