jagjit singh kanton se daaman uljhana şarkı sözleri

काँटों से दामन उलझाना मेरी आदत हैं काँटों से दामन उलझाना मेरी आदत हैं दिल में पराया दर्द बसाना दिल में पराया दर्द बसाना मेरी आदत हैं काँटों से दामन उलझाना मेरी आदत हैं मेरा गला अगर कट जाए तो मुझ पर क्या इलज़ाम मेरा गला अगर कट जाए तो मुझ पर क्या इलज़ाम हर कातिल को गले लगाना हर कातिल को गले लगाना मेरी आदत हैं काँटों से दामन उलझाना मेरी आदत हैं जिन को दुनिया ने ठुकराया जिन से हैं सब दूर जिन को दुनिया ने ठुकराया जिन से हैं सब दूर ऐसे लोगो को अपनाना मेरी आदत हैं सब की बाते सुन लेता हू मैं चुपचाप मगर सब की बाते सुन लेता हू मैं चुपचाप मगर अपने दिल की करते जाना अपने दिल की करते जाना मेरी आदत हैं मेरी आदत हैं दिल में पराया दर्द बसाना दिल में पराया दर्द बसाना मेरी आदत हैं काँटों से दामन उलझाना मेरी आदत हैं मेरी आदत हैं
Sanatçı: Jagjit Singh
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 5:36
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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