jagjit singh koi chaudhvi raat ka şarkı sözleri
कोई चौधवी रात का चांद बनकरी
तुम्हारे तसव्वुर में आया तो होगा
कोई चौधवी रात का चांद बनकरी
तुम्हारे तसव्वुर में आया तो होगा
किसी से तो की होगी तुमने मोहब्बत
किसी को गले से लगा से होगा
तुम्हारे ख्यालों की अंगाई में
मेरी याद के फूल महके तो होंगे
तुम्हारे ख्यालों की अंगाई में
मेरी याद के फूल महके तो होंगे
कभी अपने आंखों के काजल से तुमने
मेरा नाम लिखकर मिटाया तो होगा
कभी अपने आंखों के काजल से तुमने
मेरा नाम लिखकर मिटाया तो होगा
लैबो से मोहब्बत का जादू जगाके
भारी बज में सबसे नजरे बचाके
लैबो से मोहब्बत का जादू जगाके
भारी बज में सबसे नजरे बचाके
निगाहों की राहों से दिल में समेक
किसी ने तुम्हें भी चुराया तो होगा
निगाहों की राहों से दिल में समेक
किसी ने तुम्हें भी चुराया तो होगा
कभी आने से निगाह मिलाकर
जो ली होगी भरपुर अंगाइयो ट्यून
कभी आने से निगाह मिलाकर
जो ली होगी भरपुर अंगाइयो ट्यून
तो घबराके खुद तेरी अंगैयो ने
तेरे हुस्न को गुड-गुदया से होगा
तो घबराके खुद तेरी अंगैयो ने
तेरे हुस्न को गुड-गुदया तो होगा
निगाहों में शमे तमन्ना जला के
तकी होंगी तुमने राहे किसे की
निगाहों में शमे तमन्ना जला के
तकी होंगी तुमने राहे किसे की
किसी ने तो वादा किया होगा तुमसे
किसी ने तुम्हे भी रुलाया होगा
कोई चौधवी रात का चांद बनकरी
तुम्हारे तसव्वुर में आया तो होगा
किसी से तो की होगी तुमने मोहब्बत
किसी को गले से लगा से होगा