jagjit singh paani mein meen pyasi şarkı sözleri
पानी में मीन प्यासी
पानी में मीन प्यासी
पानी में मीन प्यासी
मोहे सुन सुन आवे हाँसी रे
मोहे सुन सुन आवे हाँसी रे
पानी में मीन प्यासी
जलथल सागर घुर रहा है
जलथल सागर घुर रहा है
जलथल सागर घुर रहा है
भटकत हृदय उदासी रे
भटकत हृदय उदासी रे
पानी में मीन प्यासी
मोहे सुन सुन आवे हाँसी रे
पानी में मीन प्यासी
आत्म ज्ञान बिना नर भटके
आत्म ज्ञान बिना नर भटके
आत्म ज्ञान बिना नर भटके
आत्म ज्ञान बिना नर भटके
कोई मथुरा कोई काशी रे
कोई मथुरा कोई काशी रे
पानी में मीन प्यासी
मोहे सुन सुन आवे हाँसी रे
पानी में मीन प्यासी
कहत कबीर सुनो भाई साधू
कहत कबीर सुनो भाई साधू
कहत कबीर सुनो भाई साधू
कहत कबीर सुनो भाई साधू
सहज मिले अविनाशी देह
सहज मिले अविनाशी देह
पानी में मीन प्यासी
मोहे सुन सुन आवे हाँसी रे
पानी में मीन प्यासी
पानी में मीन प्यासी