jagjit singh seene mein sulagte hain [lofi] şarkı sözleri

सीने में सुलगते हैं अरमां सीने में सुलगते हैं अरमां आँखों में उदासी छाई है ये आज तेरी दुनिया से हमें तक़दीर कहाँ ले आई है सीने में सुलगते हैं अरमां कुछ आँख में आँसू बाकी हैं जो मेरे ग़म के साथी हैं जो मेरे ग़म के साथी हैं अब दिल हैं ना दिल के अरमां हैं अब दिल हैं ना दिल के अरमां हैं बस मैं हूँ मेरी तन्हाई है सीने में सुलगते हैं अरमां न तुझसे गिला कोई हमको ना कोई शिकायत दुनिया से दो चार कदम जब मन्ज़िल थी दो चार कदम जब मन्ज़िल थी क़िस्मत ने ठोकर खाई है सीने में सुलगते हैं अरमां इक ऐसी आग लगी मन में जीने भी ना दे मरने भी ना दे चुप हूँ तो कलेजा जलता है चुप हूँ तो कलेजा जलता है बोलूँ तो तेरी रुसवाई है सीने में सुलगते हैं अरमां आँखों में उदासी छाई है ये आज तेरी दुनिया से हमें तक़दीर कहाँ ले आई है सीने में सुलगते हैं अरमां
Sanatçı: Jagjit Singh
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 4:26
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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