jai negi tum aayi na fir se şarkı sözleri
तुम आई न फिरसे
बुलाता हु दिल से
मैं घूमूं ज़माना
आवारा सा बन के
ये रस्ते है गहरे
समुद्र से पहले
देखना चाहू मैं
नीली सी लहरे
ये चाहत की आधी है
मुझको बताती
की तुमसे लड़ाऊँ में इश्क़
मैं बैठा हु सुध-बुध सा
लड़का ये गुम-शूम सा
सपनों में अपने ही खोया ये चुप चुप सा
आँखे बंद करता मैं
तूझको ही पाता
तेरी ही बाते मैं
खुदको सुनता
खुदको सताता
खुदको बताता
की काश ये होता ना इश्क़
तुम सपने में आना
ना बिल्कुल शर्माना
मैं हाथ जब पकड़ू
नज़दीके बढ़ाना
मैं माथे को चुमु
तुम पलके झुकाना
मै बहो को खोलू
आगोश मैं आना
रुक जा ना एक पल
यू मुड़ के जा जाना
बस लिपटा हु तुमसे
ना चाहिए बहाना
मेरी धड़कन को सुनना
तारीफे बताना
मैं झुलफो को छेड़ूँ
तुम आँखे मिलाना
फिर थोड़ा शर्माना
ना नजरे चुराना
मैं कुछ भी ना बोलू
तुम सब कुछ बताना
तेरी कल की वो यादे
हा सब कुछ बताना
मैं रूठूँ जो तुमसे
तुम झट से मनाना
तेरी गोदि में सर रख
मैं फिरसे सोजउ
या बातो में दिल रख
मैं तुझको बहलाऊँ
ये बातो में बरखत
तेरी सासो में हरकत
और लब्जो पे पानी
मैं छू दु तो सरबत
है तुमसे ही चाहत
है तुमसे इबादत
एक अरसे से बैठे हम तेरी झलक को
इन लफ्जो से देरे हम दिलो को राहत
तुम मिलने जब आओ
मोहोब्बत ले आना
गर रुस्वा हो हमसे
तो वजह भी लाना
मैं खूबी गिनाऊ
तुम शिकवे गिनाना
या जुल्फों की छाव में
फिरसे छिप जाना
क्या रुकोगे इस दफा मुझको बतादो
क्या गुनाह है मेरा, तुम मुझको समझादो
हटादो मुक्कदर की झूठी कहानी
सिखाड़ो ये अफसुरदा राते बितानी
और माना कि मुझमे भी आदत गलत थी
ना पूछो उस वखत की बात ही अलग थी
हम घंटो दर घंटो तक बैठे रहे
ना आये थे तुम, ना हम गए
अब मिलोगे जब भी
तकल्लुफ ना रखना
मैं इशारो में पुछु
तुम आँखे झपकना
बदलना मत दुनिया की
बातो में आकर
मासूमियत को अपनी
हिफाज़त से रखना
ये दुआ है तेरी, हर दुआ रज़ा हो
वो खुदा हो तेरा, जब दुनिया खफा हो
तुम रखलो जमाने की सारी तारीफे
बस तोहफे में मेरी जवानी लौटा दो
सुना रहे आज, भी तेरे ही किस्से
क्या हौसला बाटु, गम आये जब हिस्से
अब गूंजे तन्हाई, मैं खाली इमारत
ये आहट है तेरी, या बस एक शरारत
है तुमसे ही चाहत
है तुमसे इबादत
एक अरसे से बैठे हम तेरी झलक को
इन लफ्जो से देरे हम दिलो को राहत

