kabir singh barsaat na hogi şarkı sözleri
मारा हूँ मैं इश्क़ का
हारा तो नही
टूटा हूँ मैं तोड़ा सा
सारा तो नही
एहसान है तेरा तूने हसना सिखाया
पाके मोहबट्टन मेरा दिल क्यूँ
पल पल पचहताया
बादल तो होंगे पर बरसात ना होगी कभी
अब से तेरी यारा कोई बात ना होगी कभी
बादल तो होंगे पर बरसात ना होगी कभी
अब से तेरी यारा कोई बात ना होगी कभी
आशिक़ का वो घर बसाया रह गया
संग संग मेरे तेरा साया रह गया
च्छूप च्छूप के आँसू बहाते रह गये
ज़िंदगी में तेरी आते आते रह गये
मेरा दुश्मन बनेया क़िस्मत दा सितारा
इस बात से खुश हूँ
तू तो खुश है मेरे यारा
बादल तो होंगे पर बरसात ना होगी कभी
अब से तेरी यारा कोई बात ना होगी कभी
बादल तो होंगे पर बरसात ना होगी कभी
अब से तेरी यारा कोई बात ना होगी कभी

