kalyani badal baras baras ke şarkı sözleri
बदल बरस बरस के
बदल बरस बरस के
तू पघम सुना दे
पघम सुना दे
पयमाना चूर चूर है
टूटी है सुराही
हर और गम है दर्द है
आसू है तबाही
मंज़िल अभी बाकी ही रही
तक गया रही
है दूर किनारा
उसे तू पास में लादे
मंज़िल अभी बाकी ही रही
थक गया रही
है दूर किनारा उसे
तू पास में लादे
बदल बरस बरस के
तू पैगाम सुना दे
पैगाहम सुना दे
दीपक ने रोशनी भी दी
और घर भी जलाया
और घर भी जलाया
दीपक ने रोशनी भी दी
और घर भी जलाया
और घर भी जलाया
सूरज ने जल के
चाँद का संसार बसाया
संसार बसाया
सूरज ने जल के
चाँद का संसार बसाया
संसार बसाया
पर्दे में च्छूपी ज़िंदगी
पर्दे में च्छूपी ज़िंदगी
परदा तू हटा दे
परदा तू हटा दे
पर्दे में च्छूपी ज़िंदगी
परदा तू हटा दे
परदा तू हटा दे
तक़दीर के लिखे को
मिटा दे तू मिटा दे
तक़दीर के लिखे को
मिटा दे तू मिटा दे
मिटा दे मिटा दे

