kalyanji anandji kali kali sari mein gori şarkı sözleri
हो काली काली सारी मे गोरी
ऊ गोरी सिमटी हुई
काली काली सारी मे गोरी
हो गोरी सिमटी हुई
जैसे देखो चंदन से नागन
हो नागन लिपटी हुई
हुस्न के आए खुदा
दिल है तुझ पे फिदा
रुक जा रुक जा अरे रुक जा
हो ज़रा रुक जा
काली काली सारी मे गोरी
हो गोरी सिमटी हुई
हुसान का मेरी जेया
तू सुहाना खजाना खजाना
ऊ पर मेरी जानेजा
ये ज़माना दीवाना दीवाना
यहा फिरते है कितने ही च्चला
हर लड़की को समझे वो लैला
कोई पिच्चे पड़ा तो करेगी तू क्या
रुक जा रुक जा अरे रुक जा
हो ज़रा रुक जा
हो काली काली सारी मे गोरी
ऊ गोरी सिमटी हुई
कर भला हो भला
कह गये सारे घ्यानी घ्यानी
ऊ हो ना रहेगी सदा
तेरी चंचल जवानी ऊ रानी
दिल किसी ना किसी को तो डोगी
हे तुम किसी की तो आख़िर बनोगी
हे हे घर मेरा तू बसा
मई ही क्या हू बुरा
रुक जा रुक जा अरे रुक जा
हो ज़रा रुक जा
ऊ काली काली सारी मे गोरी
हो गोरी सिमटी हुई
मेरे घर मे तू पाएगी
सुख और चाइना
ऊ अपने घर मे तेरी सासू
ना मेरी कोई बहना
दस बनके ये बंदा रहेगा
हे राज तेरा ही घर पर चलेगा
मुझसे अच्छा भला मिल जाए तो जा
चली जा चली जा
ऊ ज़रा रुक जा
हो काली काली सारी मे गोरी
हो गोरी सिमटी हुई
जैसे देखो चंदन से नागन
हो नागन लिपटी हुई
हुस्न के आए खुदा
दिल है तुझ पे फिदा
रुक जा रुक जा अरे रुक जा
हो ज़रा रुक जा

