kamal haasan kal tak mujhko gaurav tha [soundtrack] şarkı sözleri
कल तक मुझको गौरव था
मई देवताओ की हू संतान
आज मगर हू आधा जानवर
आज हू मई आधा इंसान
कल तक मेरी धड़कन धड़कन
जीवन राग सुनती थी
लेकिन आज है मेरे अंग अंग
में जैसे ठंडा एक शमशन
कौन पुकारा कौन पुकारा
देखो सब कुछ बदल गया
कोई पिच्चे च्छुत गया
है कोई आयेज निकल गया
आग के है यह नाग के जो
है लिपटे हुए मेरे टन से
पैरो से और बाजू से और
सिने से और गर्दन से
कौन पुकारा कौन पुकारा
कल तक मुझको गौरव था
मई देवताओ की हू संतान
आज मगर हू आधा जानवर
आज हू मई आधा इंसान
कल तक मेरी धड़कन धड़कन
जीवन राग सुनती थी
आज है मेरे अंग अंग में
जैसे ठंडा एक शमशन
धरती की आँखें भीगी है
और अंबार भी रोता है
दुनिया में कोई सब पता है
और कोई सब खोता है
धरती की आँखें भीगी है
और अंबार भी रोता है
दुनिया में कोई सब पता
है और कोई सब खोता है
झरने हो नादिया के सागर
सब है पानी के धरे
लेकिन इन आँखो के आँसू
जैसे पिगले अँगारे
चींख रही है सारी दिशए
कोई दिशा खामोश नही
दोष नही है तेरा लेकिन
फिर भी तू निर्दोष नही
डूब ना जाये दूनिया तेरी
आँसू की इश्स बारिश में
लगता है तेरे दिल और
आँखे दोनो है इश्स साजिश में.

