kamal khan humko pyaar hai şarkı sözleri

भावरें जो गुण गुनाए झोके जो सन सनाए क्यों जिस्म तर तराए कोई बताए मुझको हुमको प्यार है तो यह खुमार है हुमको प्यार है ओह महबूबा भावरें जो गुण गुनाए झोके जो सन सनाए क्यों जिस्म तर तराए कोई बताए मुझको हुमको प्यार है तो यह खुमार है हुमको प्यार है ओह महबूबा सोने की अब ज़मीन है नीलम का आसमान पांच्ची सुना रहे है सुरीली कहानियाँ सोने की अब ज़मीन है नीलम का आसमान पांच्ची सुना रहे है सुरीली कहानियाँ डाली पे उस में जो काली कोई धूल गयी एक अजनबी सी खुश्बू है सासों में गुल गयी सासों में गुल गयी महकी हुवी फ़िज़ा है गाती हुवी हवा है सब क्या यह हो रहा है कोई बताए मुझको हुमको प्यार है तो यह बहार है हुमको प्यार है ओह महबूबा फूलों की चुनरी ओढ़े हुवे है यह वादियाँ लगता है जैसे आँखों में है ख्वाबों का हैं समा फूलों की चुनरी ओढ़े हुवे है यह वादियाँ लगता है जैसे आँखों में है ख्वाबों का हैं समा इन वादियों में प्यार के राही जो आए है पेड़ों ने अपने रेशमी सायँ बिछाए है सायँ बिछाए है गूँजे है रागिनीसी दिन में है चाँदनी सी कैसी है शांति सी कोई बताए मुझको हुमको प्यार है तो यह निखार है हुमको प्यार है ओह महबूबा भावरें जो गुण गुनाए झोके जो सन सनाए क्यों जिस्म तर तराए कोई बताए मुझको हुमको प्यार है तो यह खुमार है हुमको प्यार है ओह महबूबा.
Sanatçı: Kamal Khan
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 8:46
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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