kamal khan rooh [rooh] şarkı sözleri

कभी इस हवा फिजा में मिले मुझे तेरी ही खुशबू लगे के जैसे उन्लियोन से सांसें तेरी मैं छू रहा हूं लगे के हर कदम पे मैं हूं तेरा था तुझ में खो गया हूं खाब से हूं मैं जिंदा हूं हकीकत से मैं खफा हूं डगर डगर मैं बेखबर सा कदम कदम गुजर रहा हूं इधर उधर मैं बेसबर सा तेरी नज़र को दूँढ़ता हूँ तो चल फ़िर मिले यूँ तो चल फिर मिले यूँ तू हवा मैं धुँआ जे दूरियां क्यु दरमियान क्यों मिटा नहीं जे फासला ए खुदा कहीं तो मिल वी जा मेरी रूह से मुझे मिला मेरी रूह से मुझे मिला मैं भी तेरी तरह हूं तनहा बेगानी सी खुशी गुम-ए है कहीं भी कुछ नहीं है मुझ सा कहीं भी तुझ सा कुछ नहीं है डागर डागर मैं बेखबर सा कदम कदम गुजर रहा हूं इधर उधर मैं बेसबर सा तेरी नज़र को दूँढ़ता हूँ तो चल फ़िर मिले यूँ तो चल फ़िर मिले यूँ तू हवा मैं धुँआ ये दूरियां क्यु दरमियान क्यों मिटा नहीं जे फासला ए खुदा कहीं तो मिल वी जा मेरी रूह से मुझे मिला मेरी रूह से मुझे मिला मुझे को मिला तू ही मेरा खलीपन हमसफ़र मेरा तू ही आवरगी तू मेरा पता तेरे होंठो में कैद चाहत थे तेरी अखों में बंद बेलफज़ी खामोशियों को मैं सुन रहा ए खुदा ए खुदा ए खुदा ए खुदा Mista Baaz
Sanatçı: Kamal Khan
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 4:21
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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