kapil ojha gul [acoustic] şarkı sözleri
ना दस्तकें
ये तेरे दिल की
हाँ वही धड़कने है
यूँ जोर से जो
तुझको अब सुन रहीं है
सुन ले ज़रा ये
तुझसे क्या कह रहीं है
आये नहीं
जिनके थे वादे
वक़्त उलझा हुआ है
तेरे यहाँ पे
क्या वो कल थे यहाँ
या हफ़्तों पहले
की ये है दास्तान
आये ना तेरी याद उनको
आये ना तेरी याद उनको
टूटे मकान
इक बार गिरकर
वैसे बाँटे कहाँ हैं
जैसे थे तूने
अपने दिल से बनाये
वो कारीगरयूँ
हाथों से थे सजाय
आये ना तेरी याद उनको
आये ना तेरी याद उनको
किताबों के घर
दुनिया है तेरी
इन धूल भरे
पन्नो में
तू क्या ढूंढ़ती
और क्या हो गया जो तुझे
इस दफा ना मिली प्यारी सी
परियों की वो कहानी
और तुम यूँ
परेशान हो क्यूँ
है जादूगरी आज भी
तेरे दिल में है बाकी
और इन कागज़ों में कहीं
एक गुल है जो ऐसे तेरा
इंतज़ार कर रहा है
ये गुल है तेरी वो हंसी
कहाँ खो गयी
ये बता खिलेगी कभी
आएगा इक दिन
जब उनकी रातें
यूँ ना मेहफ़ूज़ होंगी
तेरे तेरे बिन
ऐसे तू देख लेना
तेरी कमी तब
उनको महसूस होगी
मुझे मुझे है पता ये

