kapil ojha mere saamne vaali şarkı sözleri
बरसात भी आकर चली गयी
बादल भी गरज कर बरस गए
पर उसकी एक झलक के हम
ए हुस्न के मालिक तरस गए
कब प्यास भुझे गी आँखों की
दिन रात ये दुखड़ा रहता हे
मेरे सामनेवाली खिड़की में
एक चाँद का टुकड़ा रहता है
मेरे सामनेवाली खिड़की में
एक चाँद का टुकड़ा रहता है

