kaswan panniwala kisaan bolu şarkı sözleri
अन्नदाता अन्नदाता केव दुनिया
अन्नदाता अन्नदाता केव दुनिया
खुद के तो लाल देख भुखे सोव स
खुद के तो लाल देख भुखे सोव स
पोह के महीने रातां पाणि लाऊँ सू
पोह के महीने रातां पाणि लाऊँ सू
लोग तो आराम त र सूते रेव स
लोग तो आराम त र सूते रेव स
देख भगवान किसी जुणी र बनाई
सागे पेट पालू सागे लठ खाऊ सू
मैं किसान बोलूँ सू
मैं किसान बोलूँ सू
मैं किसान बोलूँ सू
मैं किसान बोलूँ सू
घर के हलाता का र मारया होया मैं र
मै भी तो र पढ़ना र चाहूँ था
आप ना र पढ़या छोटे भाई ने पढ़ाया
उसने बनाना कुछ चाहूँ था
जी लाके पढ़या वो हलाता त र लड़या
पहला नम्बर आया मेर भाई का
बाज़ी ओड़े अड़ी
आस रहगी खड़ी खड़ी
40 लाख लागे सरकारी का
देख माई बाबू की दवाई चाले स
आछे घर भाण ब्याहनी बात चाले स
कोइ होव ना र दुखी र मैं अकेला रोऊँ सू
मैं किसान बोलूँ सू
मैं किसान बोलूँ सू
मैं किसान बोलूँ सू
मैं किसान बोलूँ सू
राजनीति आले देख खागे जिंदगी
राजनीति आले देख खागे जिंदगी
किस पे भरोसा करा किस प र ना
किस पे भरोसा करा किस प र ना
वोटा आले टेम बस याद आवां सां
बाद म ना कोइ पूछे
जिंदे के मरां
बाद म ना कोइ पूछे
जिंदे के
देख इतिहास माड़े होव स नतीजे
मरे होऐ किसान की र हाए बोलूँ सू
र किसे गरीब की आंतड़ी दुखा के
थाम कित त खुश रेह लयोगे
देख्या नही किसे का बेटा मरज्य
किसे का पोता मरज्य
वो ऊपर आला सब देखे
र वो ऊपर आला सब देखे
मैं किसान बोलूँ सू
मैं किसान बोलूँ सू
मैं किसान बोलूँ सू
मैं किसान बोलूँ सू

