kavi singh vande maataram şarkı sözleri
वंदे मातरम वंदे मातरम
वंदे मातरम वंदे मातरम
पुलवामा में वीरों ने जो जान देश पे वारी है
दुश्मन की औकात नहीं ये अपनों की गद्दारी है
दुश्मन की औकात नहीं ये अपनों की गद्दारी है
दुश्मन घर में बैठे है
तुम कोसते रहो पड़ोसी को
जो छुरी बगल में रखते है
तुम मार दो ना उस दोषी को
जो छुरी बगल में रखते है
तुम मार दो ना उस दोषी को
इस धोख़े के हमले में जो
अपनो का काम नही होता
पुलवामा में उन वीरो का
ये अंजाम नही होता
पुलवामा में उन वीरो का
ये अंजाम नही होता
अपनो की गद्दारी का जो होता इसमें रूप नही
कैसे पता चला दुश्मन को
ये गाड़ी bullet proof नही
कैसे पता चला दुश्मन को
ये गाड़ी bullet proof नही
उन वीरो को गद्दारी का अगर एहसास ज़रा होता
पुलवामा में एक भी सैनिक ना लाचार मरा होता
पुलवामा में एक भी सैनिक ना लाचार मरा होता
कौन है जय चाँद अपने देश में कब एहसास तुम्हे होता
ये देश ख़त्म हो जाएगा क्या तब आभास तुम्हे होगा
ये देश ख़त्म हो जाएगा क्या तब आभास तुम्हे होगा
क्या बस गरीब माँ बाप ने रक्षा का बीडा ठाया है
एक भी नेता का बेटा क्यों शहीद नहीं हो पाया है
एक भी नेता का बेटा क्यों शहीद नहीं हो पाया है
जो शहीद के घर पे लिखते हो महसूस करो उस पत्थर को
अगर ज़रा दम रखते हो तुम तोड़ दो धारा ७० को
अगर ज़रा दम रखते हो तुम तोड़ दो धारा ७० को
कभी दिखाओ हमे तुम्हारा कितना बड़ा कलेजा है
कभी मिलो उस बाप से जिसने फ़ौज में बेटा भेजा है
कभी मिलो उस बाप से जिसने फ़ौज में बेटा भेजा है
गोली गाली समाधान नहीं तो क्या है कुछ बतलाओ तुम
बेहरुपीये नेता जी कभी असली रूप दिखाओ तुम
बेहरुपीये नेता जी कभी असली रूप दिखाओ तुम
जब देश में मातम पसरा है तुम वफ़ा निभाने जाते हो
क्या कश्मीर उन्हें देदे तूम जिनकी दावत खाते हो
क्या कश्मीर उन्हें देदे तूम जिनकी दावत खाते हो
आजाद सिंघ आजाद नहीं आज़ादी का दम भरता है
ये बेबस दिल रो पड़ता है जब देश का बेटा मरता है
ये बेबस दिल रो पड़ता है जब देश का बेटा मरता है
वंदे मातरम वंदे मातरम
वंदे मातरम वंदे मातरम

