kavi singh vande mataram şarkı sözleri
वंदे मातरम वंदे मातरम
वंदे मातरम वंदे मातरम
पुलवामा में वीरों ने जो जान देश पे वारी है
दुश्मन की औकात नहीं ये अपनों की गद्दारी है
दुश्मन की औकात नहीं ये अपनों की गद्दारी है
तोड़ दे ३७० चेहरों पे खुशहाली आई है
दीप जलाओ देश में आज इक और दिवाली आई है
दीप जलाओ देश में आज इक और दिवाली आई है
मेरा प्यारा हिंदुस्तान हो इस्पे बार बार कुर्बान
ये भारत देश हमारा है, हमे प्राणों से प्यारा है
मेरा प्यारा हिंदुस्तान हो इस्पे बार बार कुर्बान
ये भारत देश हमारा है, हमे प्राणों से प्यारा है
मेरी तिरंगा जान ये है और भगवा मेरी शान है
सारे जहा से प्यारा मुझको अपना हिंदुस्तान है
मेरी तिरंगा जान है और भगवा मेरी शान है
सारे जहा से प्यारा मुझको अपना हिंदुस्तान है
मेरी तिरंगा जान है
खतरे का उद्भूस हुआ है रण भूमि तैयार करो
सही वक़्त है चुन चुन कर अब गद्दारों पर वार करो
सही वक़्त है चुन चुन कर अब गद्दारों पर वार करो
जीवन चले ना जल वायु धरती अग्नि असमान बिना
देश न चले किसान बिना सीमा पर खड़े जवान बिना
जीवन चले ना जल वायु धरती अग्नि असमान बिना
देश न चले किसान बिना सीमा पर खड़े जवान बिना
देश न चले किसान बिना सीमा पर खड़े जवान बिना
जिस दिन भारत देश में ऐलान हो जाएगा
विश्व गुरु दोबारा हिंदुस्तान हो जाएगा
जिस दिन भारत देश में ऐलान हो जाएगा
विश्व गुरु दोबारा हिंदुस्तान हो जाएगा
वंदे मातरम वंदे मातरम
वंदे मातरम वंदे मातरम

