kavita krishnamurthy ae ishq marhaba şarkı sözleri

आ आ आआ आ आ अंगड़ाई पर अंगड़ाई , लेती है रात जुदाई की तुम क्या जानो, तुम क्या समझो, बात मेरी तन्हाई की आप के होते दुनिया वाले, मेरे दिल पर राज करे आप से मुझको शिकवा है, खुद आप ने बेपरवाही की वस्ल की शब ना जाने क्यों, इसरार था उनको जाने पर वक्त से पहले डूब गए, तारों ने बड़ी बनाई की ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा रातें महक उठी, तारे चहक उठे रातें महक उठी, तारे चहक उठे चंदा भी मुस्कुराया, चंदा भी मुस्कुराया होठों पे होठ रख के हाय होठों पे होठ रख के, जालिम ने जब कहा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा रातें महक उठी, तारे चहक उठे रातें महक उठी, तारे चहक उठे चंदा भी मुस्कुराया, चंदा भी मुस्कुराया होठों पे होठ रख के, जालिम ने जब कहा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा फूल मुस्काए, कलियाँ चटक उठी फूल मुस्काए, कलियाँ चटक उठी गुलशन नशे में झूम उठा गुलशन नशे में झूम उठा जुल्फें हटा के चेहरे से हाय जुल्फें हटा के चेहरे से, जानम ने जब कहा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा फूल मुस्काए, कलियाँ चटक उठी फूल मुस्काए, कलियाँ चटक उठी गुलशन नशे में झूम उठा, गुलशन नशे में झूम उठा जुल्फें हटा के चेहरे से, जानम ने जब कहा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा कमबख्त दिल बेकार था, जीने से भी बेज़ार था कमबख्त दिल बेकार था, जीने से भी बेज़ार था बचपन से ही बेकरार था, जैसे हर बात से लाचार था खुशियों से अब मचल गया, खुशियों से अब मचल गया पलकों को चूम चूम कर पलकों को चूम चूम कर, जालिम ने जब कहा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा जानेजा का सलाम आ गया, मस्त आँखों से जाम आ गया जानेजा का सलाम आ गया, मस्त आँखों से जाम आ गया बाहों में हुस्न-ए-तमाम आ गया, धड़कते दिल का मुकाम आ गया अल्लाह वो क्या लम्हा था, मौला वो क्या लम्हा था सांसों में सांसें घोल कर सांसों में सांसें घोल कर, जानम ने जब कहा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा नि सा नि सा गा सा गा सा नि पा गा नि सा नि सा नि सा गा सा गा सा नि पा गा नि सा फूल मुस्काए, कलियाँ चटक उठी फूल मुस्काए, कलियाँ चटक उठी गुलशन नशे में झूम उठा, गुलशन नशे में झूम उठा जुल्फें हटा के चेहरे से, जानम ने जब कहा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा आ आ आ आ आ आ आ आ इश्क़ इश्क़ इश्क मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा इश्क़ इश्क़ इश्क मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा ऐ इश्क़ मरहबा, ऐ इश्क़ मरहबा
Sanatçı: Kavita Krishnamurthy
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 9:05
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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