kavita krishnamurthy aey dil laya hai bahar [remix] şarkı sözleri
ओ ओ ओ ओ ओ
ऐ दिल लाया है बहार
अपनों का प्यार, क्या कहना
मिले हम, छलक उठा
ख़ुशी का ख़ुमार, क्या कहना
खिले-खिले चेहरों से आज
घर है मेरा गुल-ए-गुलज़ार
क्या कहना आ आ आ
खिले खिले चेहरों से आज
घर है मेरा गुले गुलज़ार
क्या कहना
ऐ दिल लाया है बहार
अपनों का प्यार क्या कहना
मिलें हम छलक उठा
खुशी का खुमार क्या कहना
हम तुम यूँ ही मिलते रहें महफ़िल यूँ ही सजती रहे
बस प्यार की यही एक धुन हर सुबह शाम बजती रहे
गले में महकता रहें प्यार भरी बाहों के हार क्या कहना आ आ
खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा गुले गुलज़ार क्या कहना आ
ओ ओ ओ ओ
ऐ दिल लाया है बहार अपनों का प्यार क्या कहना
मिलें हम छलक उठा खुशी का खुमार क्या कहना
खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा गुले गुलज़ार क्या कहना
खिले खिले चेहरों से आज घर है मेरा गुले गुलज़ार क्या कहना