kavita krishnamurthy baadal bahaarein şarkı sözleri
बादल बहारे नज़ारे
परबत नदी और धारे
बादल बहारे नज़ारे
परबत नदी और धारे
सब चाँद और सूरज सितारे
मैं कदमो मे रख दूँ तुम्हारे
तुम जो कहो तो चाँद और सूरज सितारे
मैं कदमो मे रख दूँ तुम्हारे
मेरे सनम तेरा करम
कैसे करू मैं शुक्रिया
लेकिन मुझे तू चाहिए
कुछ भी नही तेरे सिवा
गाये हवा गाये फ़िज़ा
गाते हैं यह झरने भी सुन तो जरा
गाने लगे गीत नए
गुनगुन भंवरे भी सुन तो ज़रा
ओ मेरी महबूबा सुन तो ज़रा
गीत सुनू क्यूँ दूसरे
सुनती हूँ मैं दिलबर मेरे
प्यार भरे तेरी सदा
प्यार भरे नगमे तेरे
सब चाँद और सूरज सितारे
मैं कदमो मे रख दूँ तुम्हारे
तुम जो कहो तो चाँद और सूरज सितारे
कदमो मे रख दूँ तुम्हारे
आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ
फूलो के रंग किरणों के रंग
सातों रंग ले के आऊँ तेरे लिए
मौसम के रंग अंबर के रंग
सारे रंग मैं सजाऊँ तेरे लिए
ओ मेरी महबूबा तेरे लिए
हर रंग में कहती हूँ मैं
मेरे देवता कितना तुझे
जो रंग भी रंग है तेरा
उस रंग में रंग दे मुझे
सब चाँद और सूरज सितारे
मैं कदमो मे रख दूँ तुम्हारे
तुम जो कहो तो चाँद और सूरज सितारे
कदमो मे रख दूँ तुम्हारे
मेरे सनम तेरा करम
कैसे करू मैं शुक्रिया
लेकिन मुझे तू चाहिए
कुछ भी नही तेरे सिवा