kavita krishnamurthy bheegi bheegi saawan şarkı sözleri
भीगी भीगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
भीगी भीगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
मन की अगन को तू बुझा भीगी भीगी जो सावन मे है
ऐसी अगन तन मन मे है मन की अगन को तू बुझा
भीगी भीगी जो सावन मे है हा
मर मरी हसीन बाहे पुकारे तुझे
कर रही है ये निगाहे इशारे तुझे
हे हा मर मरी हसीन बाहे पुकारे तुझे
कर रही है ये निगाहे इशारे तुझे
शब है बड़ी तूफ़ानी रुत भी हसी मस्तानी
हा हा हा भीगी भीगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
मन की अगन को तू बुझा भीगी भीगी जो सावन मे है
देख रात भर के हम है मेहमान यहा
कल ना जाने हम कहा तू है कहा
ओ देख रात भर के हम है मेहमान यहा
कल ना जाने हम कहा तू है कहा
ये जो है पल खोना ना खोके इसे रोना ना
आ आ आ भीगी भीगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
भीगी बगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
मन की अगन को तू बुझा
भीगी भीगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
मन की अगन को तू बुझा भीगी भीगी जो सावन मे है हा