kavita krishnamurthy hamesha tumko chaha [short] şarkı sözleri
हमेशा तुमको चाहा, और चाहा
और चाहा चाहा चाहा
हमेशा तुमको चाहा
और चाहा कुछ भी नहीं
तुम्हें दिल ने है पूजा पूजा पूजा
और पूजा कुछ भी नहीं
ना ना नहीं, ना ना नहीं
नहीं नहीं नहीं नहीं
कुछ भी नहीं, हो कुछ भी नहीं
हो कुछ भी नहीं
खुशियों में भी छाई उदासी
दर्द की छाया में वो लिपटी
कहने पिया से बस ये आई
कहने पिया से बस ये आई
जो दाग तुमने मुझको दिया
उस दाग से मेरा चेहरा खिला
रखूँगी इसको निशानी बना कर
माथे पे इसको हमेशा सजाकर
ओ प्रीतम, ओ प्रीतम
बिन तेरे मेरे इस जीवन में
कुछ भी नहीं, नहीं नहीं नहीं नहीं
कुछ भी नहीं
बीते लम्हों की यादें लेकर
बोझल क़दमों से वो चल कर
दिल भी रोया और आँख भर आई
मन से ये आवाज़ है आई
वो बचपन की यादें (आ हाँ)
वो रिश्ते वो नाते, वो सावन के झूले (आ हाँ)
वो हँसना वो हँसाना, वो रूठ के फिर मनाना
वो हर एक पल
मैं दिल में समाये, दीये में जलाये
ले जा रही हूँ, मैं ले जा रही हूँ
मैं ले जा रही हूँ
ओ प्रीतम, ओ प्रीतम
बिन तेरे मेरे इस जीवन में
कुछ भी नहीं, नहीं नहीं नहीं नहीं
कुछ भी नहीं (हैं होला हम होला हम होला हम)
हमेशा तुमको चाहा (हैं होला हम होला हम होला हम)
और चाहा चाहा चाहा (हैं होला हम होला हम होला हम)
और चाहा चाहा चाहा (हैं होला हम होला हम होला हम)
और चाहा चाहा चाहा (हैं होला हम होला हम होला हम)