kavita krishnamurthy kabhie kabhie main sochoon şarkı sözleri
कभी कभी मै सोचू कभी कभी मै सोचू
कभी कभी मै सोचू कभी कभी मै सोचू
ये स्वर्ग कैसा होगा ये स्वर्ग मेरे घर जैसा होगा
और कैसा होगा
कभी कभी मै सोचू कभी कभी मै सोचू
ये स्वर्ग कैसा होगा ये स्वर्ग मेरे घर जैसा होगा
और कैसा होगा
कभी कभी मै सोचू कभी कभी मै सोचू
कितने अच्छे लगते है ये कितने प्यारे लगते है
कितने अच्छे लगते है ये कितने प्यारे लगते है
मेरे बच्चे नील गगन के चाँद सितारे लगते हैं
मेरे बच्चे नील गगन के चाँद सितारे लगते हैं
कभी कभी मै सोचू कभी कभी मै सोचू
भगवान कैसा होगा भगवान मेरे पति जैसा होगा
और कैसा होगा
कभी कभी मै सोचू कभी कभी मै सोचू
पहले जैसी सुबह नही
वो पहले जैसी शाम नही
ये घर तो है वही मगर
इस घर का अब घर नाम नही
ये घर तो है वही मगर
इस घर का अब घर नाम नही
कभी कभी मै सोचू
कभी कभी मैं सोचू , वीराना कैसा होगा
वीरान मेरे दिल जैसा होगा, और कैसा होगा
कभी कभी मैं सोचू कभी कभी मैं सोचू
क्या सोचा,और क्या हुआ
मेरा सुंदर सपना टूट गया
मेरा सुंदर सपना टूट गया
पहले एक गया
अब दूजा बेटा मा से रुत गया
कभी कभी मैं सोचू
कभी कभी मैं सोचू , ये नरक कैसा होगा
नरक मेरे घर जैसा होगा, और कैसा होगा
कभी कभी मैं सोचू कभी कभी मैं सोचू