kavita krishnamurthy kuch na socha kuch na dekha şarkı sözleri
कुच्छ ना सोचा ना भाला
कुच्छ ना सोचा ना भाला
दे दिया दिल तुझे दे दिया दिल तुझे
तू कोई भी हो इससे मुझे क्या
तू कोई भी हो इससे मुझे क्या
दे दिया दिल तुझे दे दिया दिल तुझे
कुच्छ ना सोचा ना भाला
कुच्छ ना सोचा ना भाला
बिंदिया चाँद हैं
गाज़्रा रात हैं
मेरी ना पुच्हिए
मेरी क्या बात हैं
ओ बिंदिया चाँद हैं
गाज़्रा रात हैं
मेरी ना पुच्हिए
मेरी क्या बात हैं
शोला झूम उठे
चुनर जहाँ उद्दा दूँ
बिजली नाच उठे
पायल जहाँ बजा दूँ
मगर कोई सनम होतो
नज़र वाहा झुका दूँ
यूँही बस एक नज़र
तुझको देखा
हन यूँही बस
एक नज़र तुझको देखा
दे दिया दिल तुझे दे दिया दिल तुझे
कुच्छ ना देखा ना भाला
दे दिया दिल तुझे दे दिया दिल तुझे
अब तो यार से यारी हो गयी
तू भी खो गया मैं भी खो गयी
हो अब तो यार से यारी हो गयी
तू भी खो गया मैं भी खो गयी
हसके थाम ज़रा
चूड़ी मेरी खनक जाए
कासले बाहों में
चुनर मेरी मटक जाए
बाला कहीं अटक जाए
बिंदी कहीं सरक जाए
इससे आयेज में
तुझसे कहूँ क्या
हन इससे आयेज में
तुझसे कहूँ क्या
दे दिया दिल तुझे दे
दिया दिल तुझे
कुच्छ ना देखा ना भाला
दे दिया दिल तुझे दे दिया दिल तुझे
तू कोई भी हो इससे मुझे क्या
तू कोई भी हो इससे मुझे क्या
दे दिया दिल तुझे दे दिया दिल तुझे