kavita krishnamurthy nikla neem ke talese nikla şarkı sözleri

निकला नीम के तलेसे निकला हे निकला राहु के गले से निकला हा निकला नीम के तलेसे निकला हे निकला राहु के गले से निकला ओ पीतल के थाली से पीपल के डाली से गोल मोल चाँद फिसला हो निकला नीम के तलेसे निकला जी रं निकला राहु के गले से निकला हो ओ पीतल के थाली से पीपल के डाली से गोल मोल चाँद फिसला रे निकला गोल मोल चाँद फिसला जी रं रं जी रं रं जी रं जी रं रं जी रं रं जी जी रं रं जी रं रं जी रं जी रं रं जी रं रं जी अग बादलो के ढेर में पड़ा था गीला गीला भीगा खड़ा था आरं आरं हो चंदोबा आरं आरं हो चंदोबा शाम से तलाव में नहा के गीला गीला भीगा खड़ा था मैने ही उठाया था उठाके अपनी अंगूठी में चढ़ा था हाथ से गिरा आई ग घुमता फिरा अग बया बया बया Worker है वर्दी पे धब्बे है तेल के कारखाने से निकला निकला रे निकला कारखाने से निकला गं गं गं बाइ जी रं फिसला गोल मोल चाँद फिसला फसला की ओ रात का डकैत है चोर है सुबह से कतराता है आरं आरं हो चंदोबा आरं आरं हो चंदोबा चोर नही डरपोक है सुबह से कतराता है इतने अंधेरे निगले है रोशनी से घबराता है पगली है रे पन्ना अरे हसके दिखा हसना अरे रात का खुदरी है दिल का शिकारी है चाँद बडा पगला अरे पागला नीम के तलेसे निकला जी र निकला राहु के गले से निकला ओ पीतल के थाली से पीपल के डाली से गोल मोल चाँद फ़िसला जी रं रं जी रं रं जी रं जी रं रं जी रं रं जी जी रं रं जी रं रं जी रं जी रं रं जी रं रं जी जी जी जी जी जी जी जी रं रं जी रं रं जी जी रं रं जी रं रं जी रं जी रं रं जी रं रं जी जी रं रं जी रं रं जी रं जी रं रं जी रं रं जी निकला
Sanatçı: Kavita Krishnamurthy
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 4:39
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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