kavita krishnamurthy o sahiba o sahiba [chill flip] şarkı sözleri
नाजुक सी काली थी छाया में पली थी
तुझे मैं धुप में लाया
छाया में पली थी
नाजुक सी काली थी
तुझे मैं धुप में लाया तो
माफ़ी मांगता हूँ तुझसे
माफ़ी मांगता हूँ तुझसे
ओ साहिबा ओ साहिबा
ओ साहिबा ओ साहिबा
न न ो बाबा न न
न न ो बाबा न न
किरणों से मिली मैं
सबनम में खिली मैं
मौसम से तूने मिलवाया
सबनम में खिली मैं
किरणों से मिली मैं
मौसम से तूने मिलवाया तो
तेरा शुक्रिया मैं करू कैसे
तेरा शुक्रिया मैं करू कैसे
ओ साहिबा ओ साहिबा
ओ साहिबा ओ साहिबा
ऊपर एम्बर धरती निचे
उड़ जा पंछी देख न पीछे
ऊपर एम्बर धरती निचे
उड़ जा पंछी देख न पीछे
ऊपर एम्बर धरती निचे
उड़ जा पंछी देख न पीछे
जोश नया है मन के अन्दर
पार करुँगी सात समंदर
चल रही साथ मेरे आठों दिशाएँ
ओ साहिबा ओ साहिबा
ओ साहिबा ओ साहिबा