kavita krishnamurthy sharafat ali ko sharafat ne mara şarkı sözleri
ये तो बात हैं लोग कम जानते हैं
हमने किसे मारा ये हम जानते हैं
किसी को किसी की मोहब्बत ने मारा
किसी को किसी की अदावत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
राफत अली को
किसी को किसी की मोहब्बत ने मारा
किसी को किसी की अदावत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
फलक पर ज़मीं पर कहीं न कहीं पर
बानी सख्त उलझन बना वक़्त दुश्मन
मेरे ग़म को सरो मुक़द्दर के यारो
मेरे ग़म गुसारो मुक़द्दर के यारो
किसी को ना छोड़ा भरम सबका तोड़ा
किसी को ना छोड़ा भरम सबका तोड़ा
भरम सबका तोड़ा किसी को ना छोड़ा
अमीरों को दुनिया में दौलत ने मारा
गरीबों को दुनिया में ग़ुरबत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को
दोस्तों हर बात के मतलब हैं दो
एक हैं मुंह में जुबां और लैब हैं दो
हम कवारे थे तो मसला एक था
हो गई शादी तो मसाले हैं दो
हुई तुमसे शादी गयी उम्र आधी
हुई तुमसे शादी गयी उम्र आधी
मिला रोज़ सदमा मिटा न मुकदमा
उडी मुंह से लाली हुयी जेब खाली
दलीलों से तौबा वकीलो से तौबा
वकीलों से तौबा दलीलों से तौबा
मुझे हाय तेरी वक़ालत ने मारा
तुझे हाय मेरी अदालत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को
किया तंग ग़म ने
मगर फिर भी हमने
किया तंग ग़म ने
मगर फिर भी हमने
कसम ये न तोड़ी शराफत न छोड़ी
नज़ाकत न छोड़ी सदाकत न छोड़ी
अगरचे जहा में
हर एक इम्तेहा में
अगरचे जहा में
हर एक इम्तेहा में
नज़ाकत अली को नज़ाक़त ने मारा
सदाकत अली को सदाकत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
वकालत को छोडो बनो तुम गवैया
कमा लो रूपैया ओ बबुआ ओ भैया
ग़ज़ल खूब गाई ओ शाबा ओ शाबा
ग़ज़ल खूब गाई ओ शाबा ओ शाबा
तेरे नाम कित्ता ओ तेरे नाम कित्ता
तेरे नाम कित्ता ओ तेरे नाम कित्ता
मैं छज्जु दा ढाबा
तेरे नाम कित्ता ओ तेरे नाम कित्ता
मैं छज्जु दा ढाबा
किसी को किसी की शारात ने मारा
किसी को किसी की शिकायत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
किसी को किसी की मोहब्बत ने मारा
किसी को किसी की अदावत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा
शराफत अली को शराफत ने मारा