kavita seth waqt ne kiya kya haseen sitam şarkı sözleri
वक़्त ने किया क्या हसीं सितम
तुम रहे ना तुम, हम रहे ना हम
वक़्त ने किया क्या हसीं सितम
तुम रहे ना तुम, हम रहे ना हम
वक़्त ने किया
डूबने लगी दिल की हर पुकार
टूटने लगा इश्क़ का ख़ुमार
डूबने लगी दिल की हर पुकार
टूटने लगा इश्क़ का ख़ुमार
साँस थम गई, नब्ज़ जम गई
इस फ़ज़ा में अब घुट रहा है दम
वक़्त ने किया क्या हसीं सितम
तुम रहे ना तुम, हम रहे ना हम
वक़्त ने किया
दिन निकल गया, शाम ढल गई
रात की शमा कब पिघल गई?
दिन निकल गया, शाम ढल गई
रात की शमा कब पिघल गई?
नींद बन गई सब हक़ीक़तें
खुल गया है अब ख़्वाब का भरम
वक़्त ने किया क्या हसीं सितम
तुम रहे ना तुम, हम रहे ना हम
वक़्त ने किया

