madhav singh beintehaan şarkı sözleri

नज़रे तुझसे चुराकर भी तेरा दीदार करती है नज़रे तुझसे चुराकर भी तेरा दीदार करती है मेरी ये निगाहें तुझे याद सो बार करती है ये बात तेरे दिल को गवारा हो या ना हो ये बात तेरे दिल को गवारा हो या ना हो मैं जानता हू तू भी मुझसे बेन्तेहा प्यार करती है मैं जानता हू तू भी मुझसे बेन्तेहा प्यार करती है अकेले बंद पलकों मे बस तेरा ही तस्सवुर करती हू तेरी आहट भी सुन लू तो मैं धड़कन थाम लेती हू क्यो मैं तुझे मेरे करीब हर पल महसूस करती हू क्यो मैं तुझे मेरे करीब हर पल महसूस करती हू तूने कैसे जाना की मैं भी तुझसे प्यार करती हू तूने कैसे जाना की मैं भी तुझसे प्यार करती हू सूरते हाल दोनो दिलों का एक जैसा है एक शम्मा सी है तो दूसरा परवाने जैसा है ये निगाहें निगाहों से इकरार करती है मैं जानता हू तू भी मुझसे प्यार करती है मैं जानता हू तू भी मुझसे प्यार करती है
Sanatçı: Madhav Singh
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 4:11
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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