madmast kaisi ye maaya şarkı sözleri
चलो...
ऐसे जहाँ में... जहाँ हो उजाला
नफ़रत का जिसमे ना हो बोल बाला
ना कोई गोरा, ना कोई कला,
ये भेद सबमें क्यूँ दुनिया ने डाला
हिंदू मुसलमान' जहाँ भाई भाई,
कैसा ये झगड़ा... ये क्यों है लड़ाई, सुनो.
रे कैसी ये माया है
कैसी ये माया, सुनो...
ये सब है दिखावा,
ये सब ठग लुटेरे, सुनो...
हो तो चलो.
अर्रे देखो मिनिस्टर, ये अफ़सर, ये साहब,
डालें डकैती फिर हो जायें गायब,
जगमग जले ये शहेर आसमानी,
हर दूं लगी है, यहाँ खींचा-तानी,
अंधेर नगरी, चौपट है राजा,
टके सेर भाजी और, टके सेर खाजा...
ये सब हैं बिकौ,
ये बिकते हैं सिक्कों के मोल...
पढ़े लिखे ये जाहिल,
है इन सबका डब्बा ही गोल...
हो तो चलो
Ladies and Gentlemen,
साहिबां कदरदान,
आज आपको एक कहानी है सुननी,
जो है बरसों पुरानी,
पर फिर होगी दोहरानी...
एक ज़माने पहले था एक जंगल,
जंगल में एक गाओं था,
गाओं मे भोले भले लोग,
फिर एक दिन उन भोले भले लोगों ने चुना एक नेता,
और नेता ने गाओं बेच दिया -
SOLD
नेता बोला जुंता से...
"अरे क्या रखा है यहाँ नदियों और पहाड़ों में,
यहाँ बनेगी फॅक्टरी, ऑफीस और ऊँची ऊँची बुइलडिंगें,
और तुम रहोगे एर कंडीशंड चार दीवारों में
तुम्हारे भी
अच्छे दिन आएँगे"
जंगल हटा, शहेर बसा...
नेता बोला:
"Recruit! काम करेगा?"
"YES SIR!"
"Salaam करेगा?"
"YES SIR!"
"सवाल करेगा?"
"YES SIR!"
"सेयेल, तू सवाल करेगा?
"No sir, no sir, no sir..."
और इस तरह बिकी आज़ादी,
बिक गया फ्रीडम ऑफ स्पीच और हर ईमान बिक गया.
तुम बिके,
मैं बिका,
सारा जहाँ बिक गया.
सुनना है एक गाओं था यहाँ भी,
बिल्कुल उसी के जैसा
सब बिक गये यहाँ भी...
सबने कमाया है पैसा.
ये पैसे की माया है, पैसे की माया सुनो
ये पैसे की माया है, पैसे की माया
पैसे की माया है, पैसे की माया
पैसे की माया है, पैसे की माया, सुनो...
ये सब है दिखावा, ये सब ठग लुटेरे, सुनो...
हो तो चलो

