pahari prince shiv sama rahe şarkı sözleri
शिव समा रहे
शिव समा रहे
शिव समा रहे
शिव समा रहे
तेरी बनाई दुनिया में
कोई तुझसा मिला नहीं
मै तो भटका दर बदर
कोई किनारा मिला नहीं
जितना पास तुझको पाया
उतना खुद से दूर जा रहा हु
शिव समा रहे मुझमे
और मैं शून्या हो रहा हूँ
शिव समा रहे मुझमे
और मैं शून्या हो रहा हूँ
क्रोध को लोभ को
क्रोध को लोभ को
मैं भस्म कर रहा हूँ
शिव समा रहे मुझमे
और मैं शून्या हो रहा हू
शिव समा रहे मुझमे
और मैं शून्या हो रहा हू
मैने खुद को खुद ही बाँधा
अपनी खींची लकीरों में
मैं लिपट चुका था
इच्छा की ज़ंजीरों में
अनंत की गहराइयों में
समय से दूर हो रहा हूँ
शिव प्राणों में उतर रहे
और मैं मुक्त हो रहा हूँ
शिव समा रहे
इक तू ही है दीखता मुझको
तुझमे खो रहा हु
शिव समा रहे मुझमे
और मैं शून्या हो रहा हू
ओ भोले ऐ ऐ ऐ ऐ
ओ ओ ओ ओ

