pamela jain aankhon ki baat şarkı sözleri
आँखों की बात हो
आँखों के साथ हो
आँखों में रात हो फिर
मैं भी न सो सकूँ तू भी न सो सके
यूं मुलाकात हो फिर
साँसों में चाहतो की
रुत जवान हो
दिल की कहानी आँखों से
बयान हो ओ ओ ओ ओ हो
आँखों की बात हो
आँखों के साथ हो
आँखों में रात हो फिर
जाने क्यों साड़ी सोचे ही
अब्ब मेरी गयी तुम पे गयी ठहर
सारे का सारा बेगाना सा लगे
अब्ब तोह मुझे शहर
जाने क्यों साड़ी सोचे ही
अब्ब मेरी गयी तुम पे गयी ठहर
सारे का सारा बेगाना सा लगे
अब्ब तोह मुझे शहर
हो धुंडु मैं रास्ते
वह तू जहां
तेरी दीवानगी की
डाटसअँ ओ हो हो हो…….
आँखों की बात हो
आँखों के साथ हो
आँखों में रात हो फिर
प्यासी निगाहों से
तुम्हे प्यार से मैं चूम लू अगर
कोई गिला न करना
तू हद से मैं अब्ब जाउ जो गुजर
प्यासी निगाहों से
तुम्हे प्यार से मैं चूम लू अगर
कोई गिला न करना
तू हद से मैं अब्ब जाउ जो गुजर
हाँ हंतो पे मीठी मीठी शोख़िया
दो तन जले तोह धुवां ही
धुवां ओ हो हो हो….
आँखों की बात हो
आँखों के साथ हो
आँखों में रात हो फिर
मैं भी न सो सकूँ
तू भी न सो सके
यूं मुलाकात हो फिर
आ आ आ…साँसों में
चाहतो की रुत जवान हो
दिल की कहानी आँखों से
बयान हो ओ ओ ओ ओ हो
आँखों की बात हो
आँखों के साथ हो
आँखों में रात हो फिर
मैं भी न सो सकूँ
तू भी न सो सके
यूं मुलाकात हो फिर