pankaj kapur chaar dina ki şarkı sözleri
रा बताना उस घूस खोर ठरकी बुधिया से
के वो साली बिना तेल की लालटेन है
ओए होए होए जलेगी कैसे
रे बिना signal का mobile phone
ओए होए होए चलेगा कैसे
रसीली दिया सलाई
ओए होए जलेगी कैसी
रा बुढ़िया अड़ियल टट्टू
ओए होए होए चलेगा कैसे
रसीली दिया सलाई
ओए होए होए जलेगी कैसी
ओ बुढ़िया अड़ियल टट्टू
ओए होए होए चलेगा कैसे
बड़ी बेहूदा बला है
रे सर से टलेगी केसे
पकोडे पत्तोंके है
तूप में तालेगी कैसे
रे चलेगी कैसे जलेगी कैसे
बुझेगी कैसे मखना र र र आ
चार दिना की चमक चाँदणी करले जो करना
चार दिना की चमक चाँदणी करले जो करना
फिर बुढ़ापा होए होए होए होए (फिर बुढ़ापा होए होए होए होए)
फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना (फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना)
चार दिना की चमक चाँदणी करले जो करना (चार दिना की चमक चाँदणी करले जो करना)
चार दिना की चमक चाँदणी करले जो करना (चार दिना की चमक चाँदणी करले जो करना)
फिर बुढ़ापा होए होए होए होए (फिर बुढ़ापा होए होए होए होए)
फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना (फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना)
फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना (फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना)
तराह तराह के रोग चुगर्दे दे लेंगे घेरि
सारा कुनबा न्यू केहगा कद रैंड कटे तेरी
दो दिन पाछे ताल तली भी कर देंगे धेरी
बांध जुड़ के तने ले जांगे न लावे देरी
आग लगाके तेल गैर के (आग लगाके तेल गैर के)
आग लगाके तने फुक दे मने कुछ लड़ना (ग लगाके तने फुक दे मने कुछ लड़ना)
फिर बुढ़ापा होए होए होए होए (फिर बुढ़ापा होए होए होए होए)
फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना (फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना)
चार दिना की चमक चाँदणी करले जो करना (चार दिना की चमक चाँदणी करले जो करना)
फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना (फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना)
फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना (फिर बुढ़ापा बैरी आवे दुःख पड़े भरना)