pankaj kikani ansoo samajh ke kyon mujhe şarkı sözleri
आंसू समझ के क्यों मुझे आँख से तूने गिरा दिया
मोटी किसीके प्यार का मिट्टी में क्यों मिला दिया
आंसू समझ के क्यों मुझे
जो ना चमन में खिल सका में वह गरीब फूल हु
जो ना चमन में खिल सका में वह गरीब फूल हु
जो कुछ भी हु बहार की छोटीसी एक भूल हु
जिसने खिला के खुद मुझे खुद ही मुझे भुला दिया
आंसू समझ के क्यों मुझे आँख से तूने गिरा दिया
आंसू समझ के क्यों मुझे
नग्मा हु कब मगर मुझे अपने पे कोइ नाज़ था
नग्मा हु कब मगर मुझे अपने पे कोइ नाज़ था
गाया गया हु जिसपे मैं टुटा हुआ मै साज़ था
जिसने सुन हास् दिया हस् के मुझे रूला दिया
आंसू समझ के क्यों मुझे आँख से तूने गिरा दिया
आंसू समझ के क्यों मुझे
मेरी खता माफ़ है भूले से आ गया यहाँ
मेरी खता माफ़ है भूले से आ गया यहाँ
वरना मुझे भी हैं खबर मेरा नहीं हैं यह जहाँ
डूब चला था नींद में अच्छा किया जगा दिया
आंसू समझ के क्यों मुझे आँख से तूने गिरा दिया
मोटी किसीके प्यार का मिट्टी में क्यों मिला दिया
आंसू समझ के क्यों मुझे