panther jaani şarkı sözleri
ज़ाकिर हूँ तेरे ज़िक्र में
मुनासिब ये तेरी फिक्र है
तू भर लेती बाहों में थी
तभी अक्सर ही बेवजह लगते थे डरने
बस काफी कि तुम और हम थे
काश वो थम जाते लम्हे
मनाए मुझे तू ये फितरत
तो अक्सर ही बेवजह लगते थे लड़ने
जानी रे जानी रे जानी रे
जानी रे जानी रे जानी रे जानी रे
तेरे बिन है दिल मेरा लगता नहीं
जानी रे जानी रे जानी रे
जानी रे जानी रे जानी रे जानी रे
तेरे सिवा ज़िक्र कोई करना नहीं
जानी रे जानी रे जानी रे
जानी रे जानी रे जानी रे जानी रे
तेरे बिन है दिल मेरा लगता नहीं
जानी रे जानी रे जानी रे
जानी रे जानी रे जानी रे जानी रे
तेरे सिवा ज़िक्र कोई करना नहीं
बातें था करता जब आपसे
तो लगता नशे में शराब के
हम आज कल लोगों से भागते
दौड़ते काटने आपसे फासले
आपसे गुज़रते थे रस्ते
आप ही देते रूह को आराम थे
जाऊंगा जान से तभी
तू जाएगी मेरे जहाँ से
चलो बांटें अपनी सज़ाएं
ना तुम कुछ सुनाओ, ना हम कुछ बताये
मैं लड़ ही न पाया था खुद के लिए
जब देखा हारने मुझे आप आये
काफी बड़ा दिल था मेरा पर
तू ऐसी अमानत जो ना बात पाये
गर बातें न हो तेरे बारे में तो
अब हम क्या ही खाक बतायें
बातें मीठी रातें बीती
आँखें मीची यादें भीनी
मेरा जहान बेरंग था तभी इरादे
तुम्हारे उन हाथों पे मेहंदी लगाते पीली
तुने दिल की तारें खींची
हम थे दूबरे तो तुम किनारे सी थी
मैं अंधेरा सा था तुम उजाले सी थी
टूट ता था मैं तो तुम संभाले रहती
खैर
अब एक किनारे पे तू और एक किनारे पे मैं
तुम जीते हो मुझे हरा के
हम जीत में भी तुमसे हारे से है
दुखता है ये अब वो है
गैर जो कल तक हमारे से थे
जो कल तक थे पार लगारे
मुझे वो आज दुबाने बैठे
जानी रे जानी रे जानी रे
जानी रे जानी रे जानी रे जानी रे
तेरे बिन है दिल मेरा लगता नहीं
जानी रे जानी रे जानी रे जानी रे
जानी रे जानी रे जानी रे
तेरे सिवा ज़िक्र कोई करना नहीं
जानी रे जानी रे जानी रे
जानी रे जानी रे जानी रे जानी रे
तेरे बिन है दिल मेरा लगता नहीं
जानी रे जानी रे जानी रे
जानी रे जानी रे जानी रे जानी रे
तेरे सिवा ज़िक्र कोई करना नहीं