r. d. burman gyan ka daan hi sabse bada hai şarkı sözleri
ज्ञान का दान ही सबसे बड़ा है
जिसे कोई न लूटे
ज्ञान का दान ही सबसे बड़ा है
जिसे कोई न लूटे
ज्ञान का रिश्ता सच्चा रिश्ता
ज्ञान का रिश्ता सच्चा रिश्ता
बाकी रिश्ते झूठे
जो ज्ञान दान जो दे जाता है
वो जग में अमर कहलाता है
जो ज्ञान दान जो दे जाता है
अज्ञानी का जीवन जैसे
दीप बिना मोती जैसे
घर घर में दीप जलाए
ज्ञान की ही ज्योति के
अपने लिए गुरु विधाता हैं जो
जग में अमर कहिलाता हैं
अपने लिए गुरु विधाता हैं जो
जग में अमर कहिलाता हैं
जो ज्ञान दान जो दे जाता है
वो जग में अमर कहलाता है
जो ज्ञान दान जो दे जाता है
सब धर्मों का पालन कीजिए
मानवता कहती है
किसी एक की नहीं ये गंगा
सब के लिए बहती है
ये जल जीवन महकाता है
और मन पावन हो जाता है
ये जल जीवन महकाता है
और मन पावन हो जाता है
जो ज्ञान दान जो दे जाता है
वो जग में अमर कहलाता है
जो ज्ञान दान जो दे जाता है
उनका जीना क्या जीना जो
अपने लिए जीते हैं
एक दूजे के सुख दुख बांटे
एक दूजे के लिए हैं
जो औरों के काम आता है
वो जीवन के सुख पाता है
जो औरों के काम आता है
वो जीवन के सुख पाता है
ज्ञान का दान ही सबसे बड़ा है
जिसे कोई न लूटे
ज्ञान का रिश्ता सच्चा रिश्ता
बाकी रिश्ते झूठे
जो ज्ञान दान जो दे जाता है
वो जग में अमर कहलाता है
जो ज्ञान दान जो दे जाता है
माली के जाने से गुलशन सुनां हो जाएगा
लेकिन हर बहार का मौसम रंग नए लाएगा
कोई आता है कोई जाता है
यूं वक्त गुज़रता जाता है
कोई आता है कोई जाता है
यूं वक्त गुज़रता जाता है
ज्ञान का दान ही सबसे बड़ा है
जिसे कोई न लूटे
ज्ञान का रिश्ता सच्चा रिश्ता
बाकी रिश्ते झूठे
ज्ञान का दान ही सबसे बड़ा है
जिसे कोई न लूटे