raahi ang se mere laga tu ang aise [lofi] şarkı sözleri
अंग से मेरे लगा तू अंग ऐसे, आज तू ही बोल मेरे भी गले से।
अंग से मेरे लगा तू अंग ऐसे, आज तू ही बोल मेरे भी गले से
पाप हो या पुण्य हो, मैंने किया है
आज तक कुछ भी नहींआधे हृदय से
पाप हो या पुण्य हो, मैंने किया है
आज तक कुछ भी नहींआधे हृदय से
औ' न आधी हार से मानी पराजय
औ' न की तसकीन ही आधी विजय से
आज मैं संपूर्ण अपने को उठाकर
अवतरित ध्वनि-शब्द में करने चला हूँ
अंग से मेरे लगा तू अंग ऐसे, आज तू ही बोल मेरे भी गले से
और है क्या खास मुझमें जो कि अपने
आपको साकार करना चाहता हूँ
और है क्या खास मुझमें जो कि अपने
आपको साकार करना चाहता हूँ
ख़ास यह है, सब तरह की ख़ासियत से
आज मैं इन्कार करना चाहता हूँ
हूँ न सोना, हूँ न चाँदी, हूँ न मूँगा
हूँ न माणिक, हूँ न मोती, हूँ न हीरा
किंतु मैं आह्वान करने जा रहा हूँ देवता का एक मिट्टी के डले से
अंग से मेरे लगा तू अंग ऐसे, आज तू ही बोल मेरे भी गले से

