raahi maine jeevan dekha jeevan ka gaan kiya [lofi] şarkı sözleri
मैंने जीवन देखा, जीवन का गान किया
वो पठ ले आई, बोली, देखो एक तरफ
जीवन-उषा की लाल किरण, बहता पानी
उगता सरोवर, खर चोंच दबा उड़ता पंछी
छूता अंबर को धरती का अंचल धानी
दूसरी तरफ़ है मृत्यु-मरुस्थल की संध्या
में राख धूएँ में धँसा कंकाल पड़ा
मैंने जीवन देखा, जीवन का गान किया
ऊषा की कीरणों से कंचन की वृष्टि हुई
बहते पानी में मदिरा की लहरें आई
उगते तरुवर की छाया में प्रमी लेटे
विहगावलि ने नभ में मुखरित की शहनाई
अंबर धरती के ऊपर बन आशीष झुका
मानव ने अपने सुख-दु:ख में, संघर्षों में
अपनी मिट्टी की काया पर अभिमान किया
मैंने जीवन देखा, जीवन का गान किया।

