raahi mohabbat hai kya cheez [lofi flip] şarkı sözleri
ये दिन क्यों निकालता है
ये रात क्यों होती हैं
ये पीड़ कहाँ से उठती है
ये आँख क्यों रोती है
मुहब्बत है क्या चीज़
मुहब्बत है क्या चीज़
हम को बताओ
मुहब्बत है क्या चीज़
हम को बताओ
ये किसने शुरू की
किसने शुरू की
हमें भी सुनाओ
मुहब्बत है क्या चीज़
हम को बताओ
ये किसने शुरू की
हमें भी सुनाओ
मुहब्बत है क्या चीज़
मुहब्बत है क्या चीज़
शाम तक था एक भंवरा
फूल पर मंडल रहा
रात होने पर कमल की
पंखडी में बांध था
क़ैद से छूटा सुबह
तो हम ने पूछा क्या हुआ
कुछ न बोला कुछ न बोलै
कुछ न बोला अपनी धुन में
बस यही गाता रहा
मुहब्बत है क्या चीज़
हम को बताओ
ये किसने शुरू की
हमें भी सुनाओ
मुहब्बत है क्या चीज़
मुहब्बत है क्या चीज़

