raahi pal [lofi] şarkı sözleri
मटमैले पानियों में अक्स तेरा दिखता है
बारिश की बूंदा बांदी में पन्ने धुंधले लिखता है
जो होना है हो जाने दो तारों को सो जाने दो
साँसों को खो जाने दो ना
अब तेरे बिन मेरा
ज़िक्र ही गुम जाएगा
इस पल को कास के थाम लूँ हथेली से फिर निकल जाए ना
ओ ओ ओ
पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
छुपता सूरज या बादल
मन्न चला होने पागल
तुझको पुकारे हरपल यहाँ
पत्तों पे बुँदे जैसे सुबह को ढूंढे जैसे
ढूँढू हरपल मै तुझको यहाँ

