sabita banerjee jane wale sipahi se puccho şarkı sözleri
आ आ आ आ आ आ
जाने वाले सिपाही से पूछो (आ आ आ)
वो कहा जा रहा है (आ)
आ आ आ, आ आ आ, आ आ आ
जाने वाले सिपाही से पूछो (आ आ आ)
वो कहा जा रहा है (आ)
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
इश्क है हासिले जिन्दगानी
खून से तर है उसकी कहानी
आ आ आ, आ आ आ, आ आ आ
हाय मासूम बचपन की यादें (आ आ आ)
हाय दो रोज की नौजवानी (आ आ आ)
जाने वाले सिपाही से पूछो (आ आ आ)
वो कहा जा रहा है (आ आ आ)
आ आ आ, आ आ आ, आ आ आ
जाने वाले सिपाही से पूछो (जाने वाले सिपाही से पूछो)
वो कहा जा रहा है (वो कहा जा रहा है)
आ आ आ आ आ आ आ आ
कैसे सहमे हुए हैं नज़ारे
कैसे दर दर के चलते हैं तारे
आ आ आ, आ आ आ, आ आ आ
क्या जवानी का खून हो रहा है (आ आ)
सुर्ख है आंचलों के किनारे (आ आ)
जाने वाले सिपाही से पूछो (आ आ आ)
वो कहा जा रहा है (आ आ आ)
आ आ आ, आ आ आ, आ आ आ
जाने वाले सिपाही से पूछो (जाने वाले सिपाही से पूछो)
वो कहा जा रहा है (वो कहा जा रहा है)
आ आ आ आ आ आ आ आ
कौन दुखिया है जो गा रही है
भूखे बच्चों को बहला रही है
आ आ आ, आ आ आ, आ आ आ
लाश जलने की बू आ रही है (आ आ आ)
जिंदगी है की चिल्ला रही है (आ आ आ)
जाने वाले सिपाही से पूछो (आ आ आ)
वो कहा जा रहा है (आ आ आ)
आ आ आ, आ आ आ, आ आ आ
जाने वाले सिपाही से पूछो (जाने वाले सिपाही से पूछो)
वो कहा जा रहा है (वो कहा जा रहा है)
जाने वाले सिपाही से पूछो (आ आ आ आ )
वो कहा जा रहा है (आ आ आ आ )
जाने वाले सिपाही से पूछो (आ आ आ आ )
वो कहा जा रहा है (आ आ आ आ )

