sachin gupta hairan hoon dil ko roun [lofi] şarkı sözleri
हैराँ हूँ दिल को रोऊँ कि पीटूँ जिगर को मैं
हैराँ हूँ दिल को रोऊँ कि पीटूँ जिगर को मैं
मक़्दूर हो तो साथ रखूँ नौहागर को मैं
हैराँ हूँ दिल को रोऊँ
जाना पड़ा रक़ीब के दर पर हज़ार बार
जाना पड़ा रक़ीब के दर पर हज़ार बार
ऐ काश जानता न तिरे रह-गुज़र को मैं
ऐ काश जानता
लो वो भी कहते हैं कि ये बे-नंग-ओ-नाम है
लो वो भी कहते हैं कि ये बे-नंग-ओ-नाम है
ये जानता अगर तो लुटाता न घर को मैं
ये जानता अगर
जाता वगर्ना एक दिन अपनी ख़बर को मैं
जाता वगर्ना एक दिन अपनी ख़बर को मैं
हैराँ हूँ दिल को रोऊँ कि पीटूँ जिगर को मैं
हैराँ हूँ दिल को रोऊँ कि पीटूँ जिगर को मैं

