sachin gupta hungama [lofi] şarkı sözleri Yazdır गोरा गोरा दिन है साँवली सी रात अब नहीं सजेगी चाँद की बारात बिछड़े सहारे बुझ गए सितारे बिछड़े सहारे बुझ गए सितारे छूट गया हाथो से दोस्ती का हाथ दूर तक है रात दूर तक है रात दूर तक है रात दूर तक है रात