sachin gupta kabootar ja ja ja [lofi] şarkı sözleri
कबूतर जा जा जा कबूतर जा जा जा
कबूतर जा जा जा कबूतर जा जा जा
पेहले प्यार की पेहली चिट्ठी हो
पेहले प्यार की पेहली चिट्ठी
साजन को दे आ
कबूतर जा जा जा कबूतर जा जा जा
कबूतर जा जा जा कबूतर जा जा जा
उनसे कहेना जब से गये तुम
मैं तो अधूरी लगती हूँ
इन होंठों पे चुप सी लगी है
ना रोती ना हँसती हूँ
भूल हुई जो उन्हें सताया हो
भूल हुई जो उन्हें सताया
कैसा पाप किया
कबूतर जा जा जा कबूतर जा जा जा
कबूतर जा जा जा कबूतर जा जा जा
जा जा
मन ही मन में उनको अपना
सब कुछ मान चुकी हूँ मैं
वो क्या है मैं कौन हूँ उनकी
अब ये जान चुकी हूँ मैं
उनको अपने साथ ही लाना हो
उनको अपने साथ ही लाना
दिल ही नहीं लगता
कबूतर जा जा जा कबूतर जा जा जा
कबूतर जा जा जा कबूतर जा जा जा
जा जा
यहाँ का मौसम बड़ा हसीं है
फिर भी प्यार उदास है
उनसे केहना दूर सही मैं
दिल तो उन्हीं के पास है
तू ये संदेशा उनको सुनाना ओ
तू ये संदेशा उनको सुनाना मैं पीछे आया
कबूतर जा जा जा कबूतर जा जा जा
कबूतर जा जा जा कबूतर जा जा जा
जहाँ भी देखूँ तुम ही तुम हो
और नज़र ना कुछ आये (हम्म हम्म हम्म)
दिल ये चाहे इस आलम में
काश ज़माना रुक जाये (हम्म हम्म हम्म)
आज से पहले कभी नहीं थी
इतनी हसीं दुनिया

