sachin gupta mera kuchh samaan [lofi] şarkı sözleri

आ आ आ आ आ मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है वो सावन के कुछ भीगे भीगे दिन रखे हैं वो और मेरे इक ख़त मैं लिपटी रात पड़ी है वो रात भुला दो, मेरा वो सामान लौटा दो वो रात भुला दो, मेरा वो सामान लौटा दो मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है वो सावन के कुछ भीगे भीगे दिन रखे हैं वो और मेरे इक ख़त मैं लिपटी रात पड़ी है वो रात भुला दो, मेरा वो सामान लौटा दो वो पतझड़ मैं कुछ पत्तों के गिरने की आहट कानों मैं एक बार पहन के लौट आयी थी पतझड़ की वो शाख अभी तक काँप रही है वो शाख गिरा दो, मेरा वो सामान लौटा दो वो शाख गिरा दो, मेरा वो सामान लौटा दो एक अकेली छतरी मैं जब आधे आधे भीग रहे थे एक अकेली छतरी मैं जब आधे आधे भीग रहे थे आधे सूखे आधे गीले, सुखा तो मैं ले आयी थी गीला मन शायद बिस्तर के पास पड़ा हो वो भिजवा दो, मेरा वो सामान लौटा दो एक सो सोला चाँद की रातें एक तुम्हारे काँधे का तिल गीली महेंदी की खुशबु झूठ मूठ के शिकवे कुछ झूठ मूठ के वादे सब याद करा दो सब भिजवा दो, मेरा वो सामान लौटा दो सब भिजवा दो, मेरा वो सामान लौटा दो एक इजाज़त दे दो बस जब इसको दफ़नाउन्गी मैं भी वहीं सो जाउंगी मैं भी वहीं सो जाउंगी
Sanatçı: Sachin Gupta
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 5:40
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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