sachin gupta tera nasha [lofi] şarkı sözleri
नींदों में खुश्बुएं
रंगों में बारिशें
है चढ़ी बिन पिए
ऐसा है उफ्फ्फ
जिस तरह शाम ढलती है
सुबह सुबह आहा
धुल गया चाँद
जैसे हल्का हल्का आहा
बिन कहे आने लगे, बातों का मज़ा जैसे
बर्फ सा चलने लगे, साँसों में धुंआ जैसे
नींदों में खुश्बुएं
रंगों में बारिशें
है चढ़ी बिन पिए
ऐसा है उफ्फ्फ
तेरा नशा, तेरा नशा
जिस तरह शाम ढलती है
सुबह सुबह आहा
धुल गया चाँद
जैसे हल्का हल्का आहा
आँखों के नक़्शे से
सपने ये कच्चे से
उड़ने लगे हैं बेफिक्र
धड़कन यह ठहरी सी
ख्वाहिश ये गहरी सी
आने लगी है होठों पर
रोक लो कोई इस लम्हे को यहाँ आहा
छीन लो होश जोह भी बाकी है बचा, आहा
हूँ तभा आके मैं, कहीं ना तेरी बाहों में
राख सा बिछने लगा हूँ, मैं तेरी राहों में
छिड़ रही शबनमें, गिर रहे सर्गमे
है चढ़ी बिन पिए
ऐसा है
नींदों में खूशबूएं
रंगों में बारिशें
है चढ़ी बिन पिए
ऐसा है उफ्फ्फ
तेरा नशा, तेरा नशा
तेरा नशा, तेरा नशा

