sachin gupta waqt se din aur raat [lofi] şarkı sözleri

कल जहां बसती थी खुशियाँ आज है मातम वहां वक़्त लाया था बहारे वक़्त लाया हे फ़िज़ा वक़्त से दिन और रात वक़्त से कल और आज वक़्त की हर शह ग़ुलाम वक़्त का हर शह पे राज वक़्त से दिन और रात वक़्त से कल और आज वक़्त की हर शह ग़ुलाम वक़्त का हर शह पे राज वक़्त की गर्दिश से हे चाँद तारो का मिज़ाज वक़्त की गर्दिश से हे चाँद तारो का मिज़ाज वक़्त की ठोकर में है क्या हुकूमत का समाज क्या हुकूमत का समाज वक़्त से दिन और रात वक़्त से कल और आज वक़्त की हर शह ग़ुलाम वक़्त का हर शह पे राज वक़्त की पाबन्द हैं आति जाति रौनके वक़्त की पाबन्द हैं आति जाति रौनके वक़्त है फूलों की सेज वक़्त है काँटों का ताज वक़्त है काँटों का ताज वक़्त से दिन और रात वक़्त से कल और आज वक़्त की हर शह ग़ुलाम वक़्त का हर शह पे राज आदमी को चाहिये वक़्त से डर कर रहे कौन जाने किस घड़ी वक़्त का बदले मिजाज़ वक़्त का बदले मिजाज़ वक़्त से दिन और रात वक़्त से कल और आज वक़्त की हर शह ग़ुलाम वक़्त का हर शह पे राज
Sanatçı: Sachin Gupta
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 4:08
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
Sachin Gupta hakkında bilgi girilmemiş.

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