sachin gupta yeh raat [lofi] şarkı sözleri
हुम पिचकढुम हुम हा हुम पिचकढुम हुम हा
हुम पिचकढुम हुम हा हुम पिचकढुम हुम हा
हुम पिचकढुम हुम हा हुम पिचकढुम हुम हा
हुम पिचकढुम हुम हा हुम पिचकढुम हुम हा
ये रात ये रात जली की चिपकली रात
ये रात कोड़ी और कोब्डी की रात ये रात
धिम त न ना हे हे
ना उगली ही जाये ना निगली ही जाये
ये काली जेहेरिली रात
पल पल बलखाती पल पल उलझाती पलके झपकती ये रात
सन्नाटे की सेज पे सोवी साप सी सरकती रात
ये रात ये रात जली की चिपकली रात
ये रात कोड़ी और कोब्डी की रात ये रात
ये काली जेहेरिली ये रात पलके झपकती ये रात
साप सी सरकती ये रात काली काली काली रात
विराना विराना है विराना दिलको लाख बसाले ये दीवाना हे हे हे हे
उजड़े उजड़े रेहते है दिल सारे विरानो से बसता है विराना
सन करके माँरती है बम करती है काली कोडयाली रात
ये रात ये रात जली की चिपकली रात
ये रात कोड़ी और कोब्डी की रात
ना उगली ही जाये ना निगली ही जाये
ये काली जेहेरिली ये रात पल पल बलखाती
पल पल उलझाती पलके झपकती ये रात
सन्नाटे की सेज पे सोयी साप सी सरकती रात
ये रात ये रात
अभी अभी रात बड़ी तेजाबी गिर ना जाये हाथ से चांद रकाबी
डूब रहे है सारे गुल किनारे उमड़ उमड़ के रात आयी सैलाबी
खोलती बदन पर बोलती बदन पर जलती उबलती रात
ये रात ये रात जली की चिपकली रात
ये रात कोड़ी और कोब्डी की रात ये रात
ना उगली ही जाये ना निगली ही जाये
ये काली जेहेरिली ये रात पल पल बलखाती
पल पल उलझाती पलके झपकती ये रात
सन्नाटे की सीज पे सोवी साप सी सरकती रात ये रात

