sadhana sargam koi ladka kisi ladki se şarkı sözleri
कोई लड़का किसी लड़की से
कोई लड़का किसी लड़की से
जब अकले में मिलता हैं
तो क्या होता हैं
कभी तकरार कभी प्यार
कभी इनकार कभी इजहार
कोई लड़की किसी लड़के से
कोई लड़की किसी लड़के से
जब अकले में मिलती हैं
तो क्या होता हैं
कभी तकरार कभी प्यार
कभी इनकार कभी इजहार
दिल धड़कता हैं निघाए छा र्होटी हैं
यह खताये तो सनम सो बार होती हैं
दिल धड़कता हैं निघाए चार होती हैं
यह खताये तो सनम सो बार होती हैं
बेखुदी छा गयी हो गया क्या असर
कब खा खो गये दो जावा बेख़बर
आशिक़ पुराना दिल है दीवाना
सोडाई बतो को माने ना
कोई लड़की किसी लड़के से
कोई लड़की किसी लड़के से
जब अकेले में मिलती हैं
तो क्या होता हैं
कभी तकरार कभी प्यार
कभी इनकार कभी इजहार
है तेरी खुश्बू
तेरे इकरार का मोस्सम
आ गया दिलबर
तेरे दीदार का मोस्सम
है तेरी खुश्बू
तेरे इकरार का मोस्सम
आ गया दिलबर
तेरे दीदार का मोस्सम
क्या हास्सें हैं समा
मैं ज़रा झूम लू
है यही आरज़ो लब तेरे चूम लू
क्या हैं खुमारी क्या बेकरारी
चाहत की प्यास कोई जाने ना
कोई लड़का किसी लड़की से
कोई लड़का किसी लड़की से
जब अकले में मिलता हैं
तो क्या होता हैं
कभी तकरार कभी प्यार
कभी इनकार कभी इजहार
कोई लड़की किसी लड़के से
कोई लड़की किसी लड़के से
जब अकेले में मिलती हैं
तो क्या होता हैं
कभी तकरार कभी प्यार
कभी इनकार कभी इजहार

