sajan patel khwaaish şarkı sözleri
मैं तुम्हे मिलना चाहूं,
ये मेरी ख्वाहिस है,
एक ज़रा तुमको पा लून,
ये रब्ब से गुज़ारिश है..
ये ख्वाहिश पूरी कर दो,
फरमाइश पूरी कर दो ना…
हू…हू…
मैं रात तू चाँद मेरा,
कैसे तुझ बिन मैं रहूं,
तुझसे हर तम्मना मेरी,
कैसे तुझ बिन मैं जियुं..
देखूं मैं तुझी में,
सारी खुशी,
इश्स जहाँ में तुझ सा,
कुछ भी नही..
ये ख्वाहिश पूरी कर दो,
फरमाइश पूरी कर दो ना…
हू…हू…
तू ना कभी हो जुदा
रब्ब से माँगा करूँ,
तू ही बनके काया मेरी,
तेरा ही मैं साया बन्नू..
दूर्र कभी तुझे जाने ना दू
बाहो में तुझे आ भर लून..
मैं तुमसे बस कहना चाहूं,
तू ही आखरी बस ख्वाहिश है,
मैं तुमसे बॅस कहना चाहूं,
तू ही आखरी बस ख्वाहिश है..
हू…हू…हू…हो…

